www.chhattisgarhparidarshannews.in

*ग्राम पंचायत धाराशिव में चश्मा छाप का जलवा, सम्मे केसव पटेल को मिलता जनाधार*

 


 *ग्राम पंचायत धाराशिव में चश्मा छाप का जलवा, सम्मे केसव पटेल को मिलता जनाधार*


छत्तीसगढ़ परिदर्शन -बलौदाबाजार।

आगामी ग्राम पंचायत चुनाव के मद्देनजर क्षेत्र में चुनावी माहौल चरम पर है। प्रत्याशी अपने-अपने प्रचार में जुटे हैं। इसी बीच ग्राम पंचायत धाराशिव में इस बार सबसे अधिक चर्चा में शिक्षित युवा प्रत्याशी श्रीमती सम्मे बाई पटेल हैं। बुधवार को उनके समर्थन में निकाली गई भव्य प्रचार रैली ने पूरे गांव में एक नई लहर पैदा कर दी। बैनर, पोस्टर, नकली मतपत्र और डीजे के साथ निकली इस रैली में चश्मा छाप के समर्थन में पूरा गांव उमड़ पड़ा। रैली की शुरुआत गांव के महमाया देवी मंदिर से आशीर्वाद लेकर प्रारम्भ किया गया। उक्त प्रचार रैली में गांव की प्रत्येक घर से लोग शामिल रहे जिसमें ज्यादातर महिला,युवा,बुजुर्ग और युवतियाँ उपस्थित रही। सम्मे बाई पटेल खुद सबसे आगे चल रही थीं, उनके साथ युवा, बुजुर्ग और महिलाओं की भारी भीड़ थी। समर्थक जोश से लबरेज होकर चश्मा छाप जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। डी जे साउंड सिस्टम में मनमोहक प्रचार गीत के एवं समर्थकों की जनसैलाब वाली यह रैली जब पूरे गांव में घूमी, तो लोग अपने घरों से बाहर निकलकर इसे देखने लगे। महिलाओं ने प्रत्याशी कों ग़ुलाल लगाकर फूलों की माला पहनाई तों वहीं बुजुर्गों ने आशीर्वाद देकर जीत की कामना की। युवा वर्ग इस रैली का नेतृत्व कर रहा था और हर गली-मोहल्ले में प्रचार किया गया कि सम्मे बाई पटेल को भारी मतों से जिताना है।


*चुनावी मैदान में हलचल, अन्य प्रत्याशियों की बढ़ी चिंता*


रैली की अपार भीड़ और लोगों का जोश देखकर अन्य प्रत्याशियों की चिंता बढ़ गई है। गांव में चर्चा है कि इस बार जनता ने मन बना लिया है कि एक शिक्षित और युवा नेतृत्व को मौका दिया जाए। श्रीमती सम्मे बाई पटेल के समर्थन में जिस तरह सभी वर्गों का जनसमर्थन देखने को मिल रहा है, उससे यह साफ हो गया है कि इस चुनाव में उनकी जीत तय मानी जा रही है। प्रचार में शामिल एक युवा ने बताया की गांव को अब बदलाव की जरूरत है। हमें ऐसे नेता की जरूरत है जो शिक्षित हो, समझदार हो और गांव का विकास करे। सम्मे बाई पटेल में वो सभी योग्यताएँ हैं।


*गांव के विकास के लिए मजबूत इरादे*


सम्मे बाई पटेल ने अपनी रैली में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि वे ग्राम पंचायत को नई ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए कृतसंकल्पित हैं। उनका मुख्य एजेंडा गांव में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, रोका छेका, गली मोहल्लों में लाइटिंग और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का उचित प्रबंधन,रोजगार के अवसर बढ़ाना तथा अन्य सभी मुलभुत जरूरतों पर आवश्यक पहल करना इत्यादि है। उन्होंने वादा किया कि यदि जनता उन्हें सरपंच बनाती है, तो वे हर वर्ग के हित में कार्य करेंगी और गांव को एक आदर्श पंचायत बनाएंगी।


*गांव में चुनावी रायशुमारी और मतदाताओं की राय*


गांव में मतदान कि तिथि जैसे जैसे नजदीक आती जा रही है वैसे ही सरपंच के लिए पूरे गांव में सिर्फ एक ही नाम गूंज रहा है – सम्मे बाई पटेल। हर चौक-चौराहे, गलियों और खेत-खलिहानों में लोग उन्हीं की चर्चा कर रहे हैं। ग्रामीणों और मतदाताओं के बीच उनकी लोकप्रियता इस कदर बढ़ गई है कि अब चुनावी मुकाबला लगभग एकतरफा माना जा रहा है।

गांव के बुजुर्ग, युवा, महिलाएं और किसान – सभी सम्मे बाई पटेल को सरपंच के रूप में देखने की इच्छा जता रहे हैं। ग्रामीणों का मानना है कि वे ईमानदार, कर्मठ और विकासोन्मुख नेता हैं, जिनकी सोच गांव के उत्थान के लिए समर्पित है। गांव के हर व्यक्ति की जुबान पर सिर्फ सम्मे बाई पटेल का नाम है। ख़ासकर महिलाओं का सम्मे बाई पटेल को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। महिलाओं का कहना है कि हमारे गांव में पहली बार कोई शिक्षित महिला प्रत्याशी चुनाव लड़ रही हैं। हम सब उनके साथ हैं, ताकि महिलाओं की भी आवाज पंचायत में गूंजे।



*सम्मे बाई पटेल जीत की ओर अग्रसर*


रैली में दिखी लोगों की भीड़ मतदान से पहले ही सम्मे बाई पटेल की जीत को बयां कर रही है,जों कि उनके प्रति जनता के गहरे विश्वास और समर्थन का संकेत है। जनता का यह उत्साह दर्शाता है कि उन्होंने अपने नेता को परख लिया है और उसे जनसेवा के लिए उपयुक्त माना है। इसी कारण ग्राम पंचायत धाराशिव का चुनाव इस बार बेहद दिलचस्प होने जा रहा है। सम्मे बाई पटेल की मजबूत स्थिति और जनसमर्थन को देखकर यह साफ नजर आ रहा है कि लोग बदलाव चाहते हैं। रैली में उमड़ी भीड़ और समर्थन की लहर को देखकर कहा जा सकता है कि चश्मा छाप का जलवा पुरे गांव में है और यह चुनावी रण में विजय की ओर अग्रसर है। अब देखना यह होगा कि मतदान के दिन जनता अपने इस जोश को वोटों में बदलती है या नहीं।



एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने