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*खबर का असर:* *जिला प्रशासन ने 12 वर्षों से अन्यत्र जगह अटैच रहे शिक्षक को किया मूल स्थान मे वापस*

 


*खबर का असर:*  *जिला प्रशासन ने 12 वर्षों से अन्यत्र जगह अटैच रहे शिक्षक को किया मूल स्थान मे वापस*स्कूल में गूंजा पढ़ाई,

छत्तीसगढ़ परिदर्शन की खबर बनी बदलाव की वजह*

*समाचार का सकारात्मक प्रभाव, ग्रामवासियों ने जताया आभार*

बलौदाबाजार | छत्तीसगढ़ परिदर्शन न्यूज़

छत्तीसगढ़ परिदर्शन न्यूज़ पोर्टल की खबर "12 वर्षों से बच्चों को नहीं मिला टीचर की सुविधा, युक्तियुक्तकरण से नहीं मिला फायदा" ने आखिरकार प्रशासन को नींद से जगाया। खबर के प्रसारण के बाद जिला कलेक्टर बलौदाबाजार ने संज्ञान लेते हुए जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) को तत्काल आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। परिणामस्वरूप संबंधित शिक्षिका प्रेमीन ध्रुव को पलारी छात्रावास से हटाकर दतान(प) गुढ़ियारी पारा स्कूल में पदस्थ किया गया।

 *खबर का असर,* *शिक्षक की हुई नियुक्ति*

दतान(प) के शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष ने बताया कि छत्तीसगढ़ परिदर्शन में खबर प्रकाशित होते ही प्रशासन हरकत में आया। शिक्षा विभाग की ओर से तत्काल आदेश जारी किया गया और शिक्षिका प्रेमीन ध्रुव ने स्कूल में आकर पदभार ग्रहण कर लिया। अब स्कूल में लंबे समय बाद शिक्षण कार्य नियमित रूप से संचालित हो रहा है। ग्रामवासियों ने छत्तीसगढ़ परिदर्शन न्यूज़ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “आपके माध्यम से हमारी आवाज सरकार तक पहुँची, अब हमारे बच्चों का भविष्य संवर सकेगा।”

कार्यभार ग्रहण आदेश-

 *क्या था मामला?*

यह मामला बलौदाबाजार ज़िले के विकासखंड पलारी, संकुल केंद्र दतान (प) स्थित शासकीय नवीन प्राथमिक शाला गुढ़ियारी से जुड़ा हुआ था।

शिक्षिका प्रेमीन ध्रुव को 8 मार्च 2013 से पलारी स्थित छात्रावास में अधीक्षकीय कार्य हेतु अटैच किया गया था।

*विद्यालय में पहले से ही शिक्षक की भारी कमी थी।*

2025 में युक्तियुक्तकरण के नाम पर दूसरी शिक्षिका शकुंतला जलहरे को भी स्थानांतरित कर दिया गया, जिससे स्कूल में शून्य शिक्षक की स्थिति बन गई।

 *ग्रामीणों की चेतावनी बनी दबाव का कारण*

16 जून 2025 को शाला प्रबंधन समिति और पालकों ने कलेक्टर व DEO को ज्ञापन सौंपा।

17 जून 2025 को शिक्षिका को 3 दिन के भीतर स्कूल लौटने का आदेश जारी किया गया।

आदेश के बावजूद शिक्षिका ने जॉइनिंग नहीं की, जिससे आदेश की अवहेलना का मामला बन गया।

नाराज समिति ने 24 जून को पुनः ज्ञापन देकर चेतावनी दी कि 30 जून तक शिक्षक की नियुक्ति नहीं हुई तो 7 जुलाई को विद्यालय में तालाबंदी की जाएगी।

*अब उम्मीदों को पंख*

ग्रामीणों ने बताया कि वर्षों बाद स्कूल में शिक्षक की वापसी हुई है। अब विद्यालय में शैक्षणिक वातावरण लौटने की उम्मीद बनी है।

शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों ने छत्तीसगढ़ परिदर्शन न्यूज़ और जिला प्रशासन दोनों को धन्यवाद देते हुए कहा –

"जिस बात को सालों तक कोई नहीं सुना, उसे इस खबर ने आवाज दी और समाधान भी दिलाया।"

 *एडिटोरियल सुझाव*

शासन-प्रशासन को ऐसे मामलों में तत्परता दिखानी चाहिए, क्योंकि शिक्षा से बड़ा कोई अधिकार नहीं। मीडिया की भूमिका केवल आलोचना तक सीमित नहीं, समाधान की दिशा में उठाए कदम आज़ भी असरदार हैं — यह खबर उसका सशक्त उदाहरण है।

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