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*नेशनल चैंपियनशिप के लिए चयनित दुष्यंत घृतलहरे का सतनामी समाज ने किया सम्मान*

 


*नेशनल चैंपियनशिप के लिए चयनित दुष्यंत घृतलहरे का सतनामी समाज ने किया सम्मान*

बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ परिदर्शन

खेल प्रतिभा यदि लगन और परिश्रम से निखरे तो किसी भी गाँव का बालक राष्ट्रीय स्तर तक पहुँच सकता है। इसका उदाहरण बने हैं ग्राम खैरी (जनपद पलारी) निवासी दुष्यंत घृतलहरे, जिन्होंने राज्यस्तरीय मल्लखंब प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन कर नेशनल चैंपियनशिप के लिए चयनित होकर अपने माता-पिता, ग्राम तथा पूरे सतनामी समाज का नाम रोशन किया है। 28 से 31 अगस्त तक कोंडागांव- नारायणपुर में आयोजित 25वीं राज्यस्तरीय मल्लखंब प्रतियोगिता में दुष्यंत ने व्यक्तिगत वर्ग में तृतीय स्थान हासिल कर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। इस उपलब्धि के साथ ही उन्हें आगामी उज्जैन में होने वाली राष्ट्रीय मल्लखंब चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला है। वर्तमान में दुष्यंत घृतलहरे शासकीय प्री. मैट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास में रहकर कक्षा 9वीं में अध्ययनरत हैं। प्रतियोगिता में उन्होंने न केवल व्यक्तिगत स्तर पर मेडल जीता, बल्कि रायपुर संभाग की टीम की ओर से टीम चैंपियनशिप में शानदार योगदान देते हुए टीम को द्वितीय स्थान दिलाने में अहम भूमिका निभाई। दुष्यंत की इस ऐतिहासिक उपलब्धि से पूरे खैरी गाँव और सतनामी समाज में हर्ष की लहर दौड़ गई। बड़ी संख्या में समाजजन उनके घर पहुँचकर फूल-मालाओं और शुभकामनाओं के साथ उनका सम्मान किया। यह सम्मान समारोह पूरे गाँव के लिए गौरव का क्षण बन गया। इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता विक्रम राय, मछली इंस्पेक्टर वायल रॉबर्ट, रोहांसी मंडल अध्यक्ष विजय कोशले, पार्षद नेमसिंह बांधे, पार्षद घनश्याम धीरहे, लोचन बांधे, दिलेश्वर भारद्वाज, पार्षद कमलेश चतुर्वेदी, पार्षद ईश्वर बघेल, मोहर सिंह चतुर्वेदी, लेखराम गनहरे, काशी घृतलहरे, सेवन टंडन, धर्मेंद्र रात्रे, मनीष घृतलहरे, श्यामलाल घृतलहरे सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे। गाँव के लोगों का कहना है कि छोटे से गाँव का बेटा राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में राज्य का प्रतिनिधित्व करेगा, यह सभी के लिए गौरव की बात है। दुष्यंत के माता-पिता अरुण घृतलहरे एवं आशा घृतलहरे ने अपने पुत्र की सफलता पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि यदि मेहनत और लगन हो तो संसाधनों की कमी बाधा नहीं बनती।

अब सभी की निगाहें उज्जैन में होने वाली राष्ट्रीय मल्लखंब चैंपियनशिप पर टिकी हैं। पूरे गाँव और समाज को उम्मीद है कि दुष्यंत वहाँ भी शानदार प्रदर्शन कर छत्तीसगढ़ का नाम पूरे देश में रोशन करेंगे।

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