
**धान उपार्जन केंद्र कोनारी मे धान परिवहन ठप**
**टीओ डीओ काटे जाने के बावजूद नहीं हो रहा उठाव**
छत्तीसगढ़ परिदर्शन - पलारी।जिले के उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी जोर शोर से जारी है। वहीं उसी अनुपात में कई उपार्जन केंद्रों में धान का उठाव नहीं किया जा रहा है। उठाव में हो रही देरी के कारण खरीदी केन्द्रों में धान जाम की स्थिति बन गई है। कई उपार्जन केंद्रों में धान रखने की जगह बिल्कुल भी नहीं बची है। उपार्जन केंद्र कोनारी में पिछले दो सप्ताह से धान उठाव नहीं हो रहा है, इसके चलते उपार्जन केंद्र में धान रखने के लिए जगह ही नहीं बची है। एक-दो दिनों में उठाव नहीं हुआ तो खरीदी भी बंद हो सकती है।
*टीओ डीओ काटे जाने के बावजूद नहीं हो रहा उठाव** कृषि साख समिति के उपार्जन केंद्र मे चार गांवों के 1245 किसानों का हुआ है धान बिक्री के लिए पंजीयन केंद्र कोनारी के अंतर्गत तिल्दा, मल्लीन, मोहतरा, सिरसाही के किसान धान बेचने आते हैं। इन पांच गांवों से पंजीकृत किसानों की संख्या 1245 है। 1245 किसानों से डेढ़ लाख कट्टा वानी 60 हजार क्विंटल की धान खरीदी की जानी है। 16 जनवरी तक 1121 किसानों से 711 क्विंटल मोटा और 50552 क्विंटल सरना धान सहित कुल 51263 क्विंटल की धान खरीदी हो गई है। समिति प्रबंधक राजेंद्र चेलक और धान खरीदी प्रभारी देवप्रकाश चंदेल ने बताया कि 51263 क्विंटल में से महज 520 क्विंटल मिल को एवं 12532 क्विंटल संग्रहण केंद्र को जारी किया गया। वहीं 38211 क्विंटल उपार्जन केंद्र में पड़ा हुआ है।
**प्रतिदिन 4000 कट्टा की खरीदी होती है**प्रतिदिन 4000 कट्टा एवं 1600 क्विंटल धान की खरीदी होती है। धान खरीदी के हिसाब से उठाव नहीं हो रहा है। बतय गया कि टीओ डीओ काटे जाने के बावजूद पिछले दो सप्ताह से धाम का उठाव नहीं हो रहा है। इसके चलते उपार्जन केंद्र कोनारी में अब धान रखने के लिए भी जगह नहीं है। 17 जनवरी को कुछ जगह खाली पड़ी थी, उस जगह पर हमालों द्वारा कड़ी मशक्कत करते हुए धान का तौल किया गया। उठाव नहीं होने से समिति प्रबंधक भी काफी चिंतित है।वही समिति के कर्मचारियों ने बताया की ज़ब से धान खरीदी शुरू हुई है तब से अभी तक कूल खरीदी के केवल दस प्रतिशत टीओ कटा है और डीओ एक भी नहीं, फड़ मे अभी करीब 1लाख कट्टा पड़ी हुई है जिस वजह से आगामी धान खरीदी करने मे बहुत ही परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है इस समस्या को लेके मेरे द्वारा उच्च अधिकारीयों को मौखिक एवं लिखित रूप से अवगत कराया जा चूका है यहां तक के मेरे द्वारा धान खरीदी नहीं की जा सकेगी करके लिखित मे आवेदन भी दिया जा चूका है किन्तु उच्च अधिकारीयों द्वारा तत्काल कोई अभी निर्णय नहीं आ पाया है।