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*सुहेला तहसील में जहर सेवन करने वाले किसान को समुचित इलाज और मुआवजा की कांग्रेस नेताओं ने की माँग*

 



*सुहेला तहसील में जहर सेवन करने वाले किसान को समुचित इलाज और मुआवजा की कांग्रेस नेताओं ने की माँग*


 छत्तीसगढ़ परिदर्शन -बलौदाबाजार। 

बलौदाबाजार विधानसभा के सुहेला तहसील के ग्राम बुड़गहन के किसान हीरालाल साहू द्वारा तहसील कार्यालय में तहसीलदार के सामने जहर सेवन मामले में प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष शैलेशनितिन त्रिवेदी के संयोजन में गठित जाँच समिति के सदस्य पूर्व विधायक जनकराम वर्मा,कृषक कल्याण परिषद के पूर्व अध्यक्ष सुरेन्द्र शर्मा, जीव-जंतू कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष विद्याभूषण शुक्ला, पूर्व ज़िलाध्यक्ष दिनेश यदु, जिला कांग्रेस के अध्यक्ष हितेन्द्र ठाकुर,सुहेला ब्लॉक के अध्यक्ष भूनेश्वर वर्मा ने कलेक्टर दीपक सोनी से मिलकर घटना के संबंध में जानकारी देते हुए किसान के उपचार के लिए समुचित व्यवस्था करने तथा जिले के राजस्व विभाग में व्याप्त मनमानी सहित किसानों को शीघ्र न्याय मिलने सहित अनेक बिंदुओं पर माँग सुझाव सहित चर्चा की गई।

कांग्रेस नेताओं ने अपनी जाँच की जानकारी देते हुए बताया कि बुड़गहन के किसान हीरालाल साहू का राजस्व प्रकरण तहसीलदार सुहेला में विचाराधीन था। होरीलाल साहू तहसीलदार के कार्य और व्यवहार से क्षुब्ध था। घटना के दिन तहसीलदार द्वारा होरीलाल साहू को उसके पुत्र और पुत्री के सामने अपमानित किया गया। पीड़ित द्वारा आत्महत्या कर लेने की बात कहने पर संबंधित अधिकारी द्वारा जाओ मर जाओ कहा गया, जिसके कारण उसने तहसील कार्यालय में सबके सामने जहर पी लिया,उस दौरान किसी ने बीच बचाव का प्रयास नहीं किया गया। सुहेला और बलौदाबाजार के अस्पताल में चिकित्सा संतोषजनक नहीं होने के कारण उसके परिजन एक निजी अस्पताल में ईलाज करा रहें हैं,जहां उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है।

जाँच समिति के सदस्य कांग्रेस नेताओं ने जनसामान्य से की गई जानकारी के अनुसार कलेक्टर से हीरालाल साहू के इलाज का पूरा खर्च सरकार वहन करे और पीड़ित किसान को मुआवज़ा दे। हीरालाल साहू के समस्त प्रकरण पर अविलंब निराकरण हो। आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले अधिकारी के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण चलाकर उसे दंडित किया जाए ताकि बाकी अधिकारी उससे सीख ले सके। किसानों के लंबित राजस्व प्रकरण निर्धारित समय पर निराकृत किया जाना सुनिश्चित किया जाये। ऑनलाइन करने में जो त्रुटि हुई है उसे संबंधित लोग स्वयं संज्ञान लेकर ठीक करें,क्योंकि उस त्रुटि के लिए भूमिस्वामी ज़िम्मेदार नहीं है। राजस्व विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार और मनमानी पर लगाया जाये। कलेक्टर ने कहा कि पूरी घटना पर प्रशासन की नजर है,मैं स्वयं भी अस्पताल जाकर किसान के स्वास्थ्य की जानकारी लिया था। किसान की चिकित्सा की व्यवस्था की जाएगी।प्रशासन किसी से कोई भेदभाव नहीं करेगी।


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