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*विधानसभा में गूंजा जल जीवन मिशन का मुद्दा*


 *विधानसभा में गूंजा जल जीवन मिशन का मुद्दा*
 

*विधायक संदीप साहू ने अधूरे कार्यों पर सरकार को घेरा*


*ठेकेदारों को मंत्री का कड़ा निर्देश* – *सड़क की हालत पहले जैसी होनी चाहिए, वरना होगी सख्त कार्रवाई*


छत्तीसगढ़ परिदर्शन -बलौदा बाजार।

 

छत्तीसगढ़ विधानसभा में चल रहे सत्र के दौरान कई जनहित के मुद्दों पर बहस हो रही है। प्रश्नकाल में जहां विपक्ष अपनी बात रख रहा है, वहीं सत्ता पक्ष के विधायक भी अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर सरकार से जवाब मांग रहे हैं। इसी क्रम में कसडोल विधानसभा क्षेत्र के विधायक संदीप साहू ने जल जीवन मिशन के तहत अधूरे कार्यों को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया।


*ग्रामवासियों की समस्या को लेकर विधायक ने उठाया सवाल*


विधायक संदीप साहू ने विधानसभा में सवाल उठाते हुए कहा कि कसडोल विधानसभा क्षेत्र में जल जीवन मिशन के तहत पाइपलाइन विस्तारीकरण और पानी टंकी निर्माण का कार्य चल रहा है, लेकिन इस कार्य में कई जगहों पर गुणवत्ता की भारी अनदेखी की जा रही है। ग्रामीणों से प्राप्त शिकायतों के अनुसार, कई गांवों में पाइपलाइन बिछाने के दौरान सड़कें खोदी गईं, लेकिन उन्हें फिर से पहले जैसी स्थिति में नहीं लाया गया। इससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।उन्होंने सरकार से यह जानकारी मांगी कि कसडोल विधानसभा के अंतर्गत आने वाले 197 गांवों में जल जीवन मिशन के कितने कार्य अभी अधूरे हैं और कितने गांव अभी भी जल स्रोत से वंचित हैं।


*डिप्टी सीएम अरुण साव ने दिए जवाब, ठेकेदारों को चेतावनी*


विधानसभा में इस सवाल का जवाब देते हुए डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि कसडोल, पलारी और बलौदा बाजार तीनों विकासखंडों में जल जीवन मिशन के 753 कार्य स्वीकृत किए गए थे, जिनके लिए 4457.48 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की गई थी।अब तक 632 कार्य पूरे हो चुके हैं, जबकि 120 कार्य अभी अधूरे हैं और 1 कार्य अब तक शुरू भी नहीं हुआ है।डिप्टी सीएम ने कहा कि ठेकेदारों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि कार्य पूरा होने के बाद सड़कों की हालत पहले जैसी की जाए। यदि ऐसा नहीं किया गया, तो संबंधित ठेकेदारों और अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


*जल जीवन मिशन में अनियमितताओं के आरोप*


जल जीवन मिशन के तहत केंद्र सरकार द्वारा हर घर जल योजना के अंतर्गत ग्रामीण इलाकों में नल कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। लेकिन छत्तीसगढ़ के कई गांवों में इस योजना के क्रियान्वयन को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं।कई जगहों पर पाइपलाइन बिछाने के लिए सड़कें खोद दी गईं, लेकिन उन्हें दोबारा ठीक नहीं किया गया, जिससे गांवों में कीचड़ भरी गलियां और गड्ढों वाली सड़कें देखने को मिल रही हैं। वहीं, कुछ स्थानों पर टंकियों का निर्माण धीमी गति से चल रहा है, जिससे जल संकट की समस्या बनी हुई है।


*ग्रामीणों की बढ़ रही परेशानियां*


गांवों में जल जीवन मिशन के तहत किए गए कार्यों की धीमी रफ्तार और गुणवत्ता को लेकर जनता में भारी रोष है। ग्रामीणों का कहना है कि अधूरे कार्यों और अव्यवस्थित पाइपलाइन बिछाने की वजह से उनकी दिनचर्या प्रभावित हो रही है।कई जगहों पर जल आपूर्ति असमान रूप से हो रही है, जिससे कुछ इलाकों में पानी की किल्लत बनी हुई है। वहीं, सड़कें खराब होने से बारिश के दिनों में कीचड़ और जलभराव की समस्या हो रही है, जिससे लोगों को आवागमन में कठिनाई हो रही है।


*मामले की जांच और कार्रवाई की मांग*


विधायक संदीप साहू ने इस पूरे मामले की जांच कराने और दोषी ठेकेदारों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने सरकार से यह भी अनुरोध किया कि जल जीवन मिशन के कार्यों में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए और समय सीमा के भीतर कार्य पूरे किए जाएं ताकि ग्रामीणों को जल्द से जल्द शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सके।


*सरकार ने दिए कड़े निर्देश*


डिप्टी सीएम अरुण साव ने विधानसभा में कहा कि जल जीवन मिशन के अधूरे कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए ठेकेदारों को निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि यदि सड़कों को पूर्व स्थिति में नहीं लाया गया, तो जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


*ग्रामीणों को कब मिलेगा राहत?*


अब देखना यह होगा कि सरकार के इस सख्त रुख के बाद जल जीवन मिशन के अधूरे कार्य कितनी तेजी से पूरे होते हैं। ग्रामीणों को उम्मीद है कि सरकार और प्रशासन जल्द ही इस मामले पर ठोस कदम उठाएगा और उनकी समस्याओं का समाधान करेगा।


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