*जनपद पंचायत पलारी के शपथ ग्रहण समारोह में क्षेत्रीय विधायक एवं स्थानीय नेताओं की उपेक्षा*
छत्तीसगढ़ परिदर्शन -पलारी।
जनपद पंचायत पलारी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष एवं सदस्यों के शपथ ग्रहण समारोह में एक अप्रत्याशित घटना सामने आई, जब क्षेत्रीय विधायक सहित कई स्थानीय नेताओं को मंच पर आमंत्रित नहीं किया गया और न ही उन्हें कोई विशेष भूमिका दी गई। इस उपेक्षा से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है।शपथ ग्रहण समारोह में प्रशासनिक अधिकारियों, नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों और आम जनता की भारी उपस्थिति देखने को मिल सकती है, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से क्षेत्रीय विधायक और अन्य वरिष्ठ नेताओं को न तो विशेष आमंत्रण दिया गया और न ही मंच साझा करने का अवसर मिला। यह स्थिति तब और भी गंभीर होंगी जब कार्यक्रम के दौरान उनके नामों का उल्लेख नहीं किया जायेगा।
**स्थानीय नेताओं ने जताई नाराजगी**
विधायक एवं अन्य नेताओं ने इस उपेक्षा पर नाराजगी जाहिर करते हुए इसे राजनीतिक सौहार्द्र के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों की भूमिका को नजरअंदाज करना न केवल गलत है, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ भी है।इस अनदेखी को कार्यकर्ताओ एवं समर्थको ने सुनयोजित करार दिया है जनपद पंचायत क्षेत्र अंतर्गत भाजपा एवं कांग्रेस के कई ऐसे दिग्गज एवं वरिष्ठ नेता है इसके अलावा वर्तमान मे जिला स्तर के निर्वाचित जनप्रतिनिधि है बौजूद इन सब को अनदेखी किया जाना बेहद ही चिंताजनक बताया जा रहा है।
*प्रशासन ने दी सफाई मे कुछ नहीं*
जब इस मामले पर कार्यक्रम आयोजकों और प्रशासनिक अधिकारी से बात करने की कोशिश गई तो उनके द्वारा कोई स्पष्ट जवाब सामने नहीं आयी है इसे ‘आयोग्य त्रुटि’ बताने की कोशिश करने का प्रयास किया जा रहा है ज़बकि इसे कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा इसे पूर्वाग्रह बताया जा रहा है । हालांकि, इस स्पष्टीकरण से नाराज नेता संतुष्ट नहीं दिखे।
*राजनीतिक विवाद गहराने की संभावना*
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना के बाद क्षेत्रीय राजनीति में दरार गहरी हो सकती है। आगामी दिनों में इस मुद्दे को लेकर विपक्ष सरकार पर हमला बोल सकता है और सत्ता पक्ष के भीतर भी असंतोष बढ़ सकता है।
अब देखना होगा कि इस घटनाक्रम के बाद क्या कोई औपचारिक माफी मांगी जाएगी या यह मामला और तूल पकड़ेगा।
