*सिद्धेश्वर मंदिर प्रांगण में तीजा-पोला तिहार पर अव्यवस्था*
*बीजेपी महिला मोर्चा पर लगे आरोप*
पलारी। छत्तीसगढ़ परिदर्शन
सिद्धेश्वर मंदिर पलारी में गुरुवार को परंपरागत श्रद्धा और उल्लास के साथ तीजा- पोला तिहार का आयोजन किया गया। आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए। कार्यक्रम में विशेष रूप से बीजेपी महिला मोर्चा से जुड़ी महिलाएँ सक्रिय रूप से शामिल रहीं। इसके साथ ही जनपद पंचायत पलारी के पदाधिकारी, अध्यक्ष, जनपद सदस्य एवं एनआरएलएम (NRLM) समूह की महिलाएँ भी इस आयोजन में शामिल होने पहुँचीं।
*एनआरएलएम की उपस्थिति पर सवाल*
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह आयोजन पूरी तरह से बीजेपी महिला मोर्चा द्वारा कराया गया था। ऐसे में कार्यक्रम में एनआरएलएम की महिलाओं की उपस्थिति को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं, क्योंकि यह शासकीय कार्यक्रम नहीं था। ग्रामीणों का कहना है कि शासकीय योजनाओं से जुड़े समूहों की भागीदारी राजनीतिक आयोजनों में होना संदेहास्पद है और इसकी जांच होनी चाहिए।
*भोजन के बाद फैली अव्यवस्था*
आयोजन के तहत सामूहिक स्वल्पाहार की व्यवस्था की गई थी। लेकिन स्वल्पाहार उपरांत मंदिर प्रांगण में जगह-जगह कचरा और पत्तल बिखरी पाई गई। यह दृश्य देखकर श्रद्धालुओं और स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया। ग्रामीणों ने नाराज़गी जताते हुए कहा कि मंदिर जैसे पवित्र स्थल पर इस प्रकार की लापरवाही धार्मिक आस्था और संस्कृति दोनों के लिए अपमानजनक है।
*जनपद अध्यक्ष की छवि पर प्रश्नचिन्ह*
स्थानीय लोगों ने यह भी कहा कि वही जनपद पंचायत अध्यक्ष, जो पूर्व में आयोजित सुशासन कार्यक्रम और अन्य शासकीय आयोजनों में आम जनता को स्वच्छता के लिए शपथ दिलाती दिखाई देती थीं, इस कार्यक्रम के बाद मंदिर परिसर में फैली अव्यवस्था के लिए ज़िम्मेदारी से बच नहीं सकतीं। लोगों का कहना है कि नेताओं और जनप्रतिनिधियों को अपनी अपीलों और वादों पर खुद अमल करना चाहिए, वरना ऐसे दोहरे मापदंड जनता में गलत संदेश देते हैं।
*ग्रामीणों की अपील*
ग्रामीणों ने प्रशासन और आयोजकों से अपील की है कि:
भविष्य में इस प्रकार की अव्यवस्था न हो, इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएँ।
धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में स्वच्छता की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
प्रतिभागियों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाए।
ग्रामीणों ने कहा कि धार्मिक स्थल की गरिमा बनाए रखना सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। अगर प्रशासन और आयोजक समय रहते इस ओर ध्यान नहीं देते हैं, तो आने वाले दिनों में आस्था और परंपरा दोनों पर असर पड़ सकता है।
*एक दिन पूर्व पुरे मंदिर परिसर की साफ सफाई कराया गया था। मंदिर परिसर मे अगर इस प्रकार की अव्यवस्था फैलाई गयी है तों बिल्कुल गलत है।*
गोपी साहू अध्यक्ष,नगर पंचायत अध्यक्ष पलारी
*भोजन करने के बाद प्लास्टिक को एक जगह एकत्रित किये थे कुत्ते के द्वारा पूरा फैला दिया था बाकि कल शाम को ही नगर पंचायत के कर्मचारी को सफाई के लिये बोल दिया गया था।*
सविता भीम यादव
अध्यक्ष जनपद पंचायत पलारी
