*रजत जयंती महोत्सव पर विविध जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन*
*मेगा हेल्थ कैम्प में 300 हितग्राही हुए लाभान्वित*
बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ परिदर्शन
कलेक्टर दीपक सोनी के मार्गदर्शन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी अतुल परिहार के पर्यवेक्षण में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा रजत जयंती महोत्सव के अवसर पर विभिन्न प्रकार की समुदाय आधारित गतिविधियों का आयोजन किया गया। महिला सशक्तिकरण केन्द्र (हब) के द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अंतर्गत एकीकृत बाल विकास परियोजना सोनाखान के ग्राम पंचायत राजादेवरी में महतारी मेंगा हेल्थ कैंम्प का भी आयोजन किया गया जिसमें ग्राम पंचायत राजादेवरी एवं उसके आश्रित ग्राम मुगुलभाठा, नगेड़ा नगेड़ी के ग्राम पंचायत प्रतिनिधि, स्व सहायता समूह की महिलाए एवं सोनाखान परियोजना की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताए एवं सहायिकाएं उपस्थित हुई।
मेगा हेल्थ कैंप में किशोरी बालिकाओं एंव महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण , हीमोग्लोबिन का परीक्षण ,शुगर एवं बीपी की जॉच की गई। महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं की जॉच के साथ गंभीर कुपोषित बालकों का स्वास्थ्य परीक्षण कर 9 बच्चों को एनआरसी हेतु संदर्भित किया गया। उपस्थित समुदाय को पोषण आहार ,खान पान के बारे से जानकारी दी गई। स्वास्थ्य शिविर में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कसडोल की 14 सदस्यीय टीम शामिल हुई जिसमें निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर में कुल 300 हितग्राही लाभान्वित हुए। टीम का नेतृत्व आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ.महेंन्द्र मिरी एवं डॉ,खूशबू नारंग ने किया।
इसी तरह पलारी परियोजना अंतर्गत ग्राम गिर्रा में हाट बाजार में व्यंजन की प्रदर्शनी की गई जिसमे रेडी टू ईट से निर्मित पारंपरिक व्यंजनों को प्रदर्शित कर उनके पोषण आहार में उपयोगिता के बारे में जनसमुदाय को जानकारी प्रदान की गई। एकीकृत बाल विकास परियोजना लवन में बाल संदर्भ शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 158 बालकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। मिशन वात्सल्य योजना के अंतर्गत बालिका सुरक्षा माह (14 अगस्त से 15 सितंबर 2025) के अनुक्रम में जिला बाल संरक्षण इकाई की टीम द्वारा बलौदाबाजार, पलारी एवं बलौदाबाजार विकासखण्ड के 04 विद्यालयों में जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया जिसमे बालिकाओं की अपराध के प्रति संवेदनशीलता तथा लैंगिक अपराधों से बालको का संरक्षण अधिनियम 2012 की वर्तमान प्रासंगिकता के बारे में छात्रो की जानकारी प्रदान की गई। सोशल मीडिया के दुरूपयोग से बालिकाओं के जीवन में पड़ रहे दूरगामी परिणामों के बारे में विद्यालयीन छात्राओं को जागरूक किया गया।
