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*ग्राम पंचायत खैरा में नशा मुक्त समाज की ओर सार्थक पहल: जनपद सदस्य और सरपंच के नेतृत्व में ग्रामवासियों ने ली शराबबंदी की शपथ*


*ग्राम पंचायत खैरा में नशा मुक्त समाज की ओर सार्थक पहल: जनपद सदस्य और सरपंच के नेतृत्व में ग्रामवासियों ने ली शराबबंदी की शपथ*

पलारी। छत्तीसगढ़ परिदर्शन

ग्राम पंचायत खैरा में आज एक ऐतिहासिक और सामाजिक रूप से प्रेरणादायक पहल देखने को मिली, जब सैकड़ों ग्रामीण, विशेषकर महिलाएं, नशा और अवैध गतिविधियों के खिलाफ एकजुट होकर सामने आईं। गांव में आयोजित एक विशेष बैठक में जनपद सदस्य श्री वीरेंद्र महेश्वरी और सरपंच श्रीमती तारिणी दुर्गेश गेंड्रे के नेतृत्व में ग्रामीणों ने शराबबंदी और नशामुक्त समाज की दिशा में संकल्प लिया।

महिला शक्ति का जागरुक प्रदर्शन

खैरा की महिलाओं ने गांव में अवैध शराब की बिक्री, खुले में शराब पीने, सार्वजनिक स्थानों पर जुआ खेलने, और खुले में डिस्पोजल और अशुद्ध पानी की बिक्री जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ आवाज बुलंद की। उन्होंने शपथ ली कि वे न केवल स्वयं इन कुरीतियों से दूर रहेंगी, बल्कि समाज में इन गतिविधियों को जड़ से समाप्त करने के लिए सक्रिय भूमिका निभाएंगी।

सख्त चेतावनी और कानून का सहारा

बैठक के दौरान यह स्पष्ट रूप से कहा गया कि यदि भविष्य में किसी भी व्यक्ति द्वारा गांव में अवैध शराब का निर्माण, बिक्री, या सेवन किया गया, या फिर जुए जैसी अन्य गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त पाया गया, तो उसके विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह चेतावनी पूर्व में शराब से जुड़े व्यक्तियों को विशेष रूप से दी गई है।

गांव में निकाली गई जागरूकता रैली

बैठक के पश्चात ग्रामीणों, खासकर महिलाओं ने गांव की गलियों में रैली निकाली, जिसमें "शराब छोड़ो – जीवन जोड़ो", "नशा मुक्त गांव – स्वच्छ समाज", "जुआ बंद करो – परिवार बचाओ" जैसे नारों के साथ पूरे गांव को जागरूक किया गया। इस रैली ने गांव में एक सकारात्मक माहौल और सामाजिक चेतना का संचार किया।

जनपद सदस्य और सरपंच का संदेश

जनपद सदस्य  वीरेंद्र महेश्वरी ने इस अवसर पर कहा, "एक विकसित और सुरक्षित गांव की कल्पना तभी साकार हो सकती है जब हम नशे जैसी बुराइयों से मुक्त हों। यह पहल खैरा को एक आदर्श गांव बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।"

वहीं सरपंच तारिणी दुर्गेश गेंड्रे ने कहा, "महिलाओं की यह एकजुटता पूरे समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत है। हम गांव को पूरी तरह नशामुक्त और अपराधमुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैग्राम पंचायत खैरा की यह पहल ना केवल गांव के सामाजिक और नैतिक मूल्यों को सुदृढ़ करेगी, बल्कि आस-पास के अन्य गांवों के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत करेगी। यदि इसी प्रकार समाज के हर वर्ग से सहयोग मिलता रहा, तो नशामुक्त और स्वच्छ भारत का सपना जल्द ही साकार हो सकता है।

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