*दतान में विश्व आदिवासी दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।*
लवन। छत्तीसगढ़ परिदर्शन
ग्राम दतान में विश्व आदिवासी दिवस बड़े ही उत्साह और परंपरागत सांस्कृतिक माहौल में मनाया गया। इस अवसर पर बस्तर के वरिष्ठ आदिवासी नेता एवं पूर्व मंत्री माननीय हरिश कवासी लखमा, छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष परते, बिलाईगढ़ विधायक कविता प्राण लहरे, जिला पंचायत सदस्य अंजली विमल साहू, जनपद सदस्य अश्विनी महिलांग, ग्राम दतान के सरपंच ईश्वर महिलांग सहित कई जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी और ग्रामीण बड़ी संख्या में शामिल हुए।
कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक नृत्य, गीत और आदिवासी संस्कृति की झलकियों के साथ किया गया। मंच से संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सुभाष परते ने कहा कि आदिवासी समाज मानव सभ्यता के सबसे प्राचीन समुदायों में से एक है, जिनकी परंपराएँ, जीवन शैली और संस्कृति पूरे विश्व में अद्वितीय है। उन्होंने समाज को अपनी जड़ों से जुड़ने, शिक्षा और संगठन को मजबूत बनाने पर जोर दिया।
विशेष अतिथि हरिश कवासी लखमा ने अपने उद्बोधन में कहा कि आदिवासी समाज ने हमेशा प्रकृति के संरक्षण और मानवीय मूल्यों की रक्षा की है। आज जरूरत है कि युवा पीढ़ी अपनी परंपराओं को संभाले और आधुनिक शिक्षा से भी जुड़कर समाज को नई दिशा दे।
इस अवसर पर मुकेश सिंह ठाकुर, जो आदिवासी समाज के संरक्षक के रूप में विशेष रूप से उपस्थित रहे, ने आयोजन समिति और ग्रामीणों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम समाज में एकता और जागरूकता का संदेश देते हैं।
गांव के विभिन्न सामाजिक संगठनों, महिला मंडलों और युवाओं ने मिलकर कार्यक्रम को सफल बनाया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से आदिवासी इतिहास, परंपराओं और गौरवशाली योगदान को प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में आसपास के गांवों से आए आदिवासी समाज के हजारों लोग शामिल हुए। पूरे दिन ग्राम दतान उत्सवमय रहा और लोगों ने परंपरागत भोजन एवं सांस्कृतिक आयोजनों का आनंद लिया।



